पानी से तस्वीर
कहाँ बनती है,
ख्वाबों से तकदीर
कहाँ बनती है
किसी भी रिश्ते को
सच्चे दिल से निभाओ
ये जिन्दगी फिर
वापस कहाँ मिलती है
कौन किस से
चाहकर दूर होता है
हर कोई अपने
हालातों से मजबूर होता है
हम तो बस
इतना
जानते है....
रिश्ता मोती और
हर दोस्त कोहिनूर होता है ।
जो बीत गई सो बात गयी – हिन्दी कविता
जीवन में एक सितारा था
माना वह बेहद प्यारा था
वह डूब गया तो डूब गया
अंबर के आनन को देखो
कितने इसके तारे टूटे
कितने इसके प्यारे छूटे
जो छूट गए फिर कहाँ मिले
पर बोलो टूटे तारों पर
कब अम्बर शोक मनाता
जो बीत गई सो बात गई ।
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